फेसबुक की तेज़ भागती दौड़ती अस्थिर दुनिया से ब्लॉग के अपेक्षाकृत ठोस धरातल पर आने के प्रयास में मै... **राजन सिंह अमेठिया**... आप सब का सहयोग और सानिध्य अपेक्षित है ....
मेरे फेसबुक के मित्रों से भी अनुरोध है की कृपया हमारा उत्साह मेरे ब्लॉग पर आकार भी बढ़ाये ....!!
जब उसूलो पर आंच आ जाए तो टकराना जरूरी है , जब ज़िंदा है हम तो ज़िंदा नज़र आना भी ज़रूरी है !!
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